है दुनिया में नाम जिसका, अयोध्या है धाम जिसका.....
जिसके पग तले सारा जहां चले.....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका....... !
अधर्म पे धर्म का प्रतीक है, मर्यादा है अभिमान जिसका
नाम पे उसके पत्थर भी समुद्र पे तैरते है.....
अखण्ड, अमर अजेय पवनसुत है भक्त जिसका.....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका........!
महाकाल भी पुष्प बरसाये, पौरूष है वह जिसका....
क्रोध पे समुद्र भी सुख जाए, वह नेत्र है जिसका.....
स्पर्श भर से जिनके, पत्थर में प्राण आये....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका......
है दुनिया में नाम जिसका, अयोध्या है धाम जिसका...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका........!
जिसके पग तले सारा जहां चले.....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका....... !
अधर्म पे धर्म का प्रतीक है, मर्यादा है अभिमान जिसका
नाम पे उसके पत्थर भी समुद्र पे तैरते है.....
अखण्ड, अमर अजेय पवनसुत है भक्त जिसका.....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका........!
महाकाल भी पुष्प बरसाये, पौरूष है वह जिसका....
क्रोध पे समुद्र भी सुख जाए, वह नेत्र है जिसका.....
स्पर्श भर से जिनके, पत्थर में प्राण आये....
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका......
है दुनिया में नाम जिसका, अयोध्या है धाम जिसका...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम है, नाम उसका........!
No comments:
Post a Comment